
लव जिहाद को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने अपने वोट बैंक को सिर्फ बढ़ाया है। हकीकत में लव जिहाद नाम की कोई भी चीज नहीं है। यह सिर्फ चुनाव जीतने के लिए बीजेपी द्वारा मनगढ़ंत कहानी बनाई गई है। अगर बीजेपी की निगाह में लव जिहाद जैसी कोई चीज है, तो फिर मुस्लिम महिलाओं पर लागू क्यों नहीं होती? जब मुस्लिम लड़की किसी दूसरे धर्म के लड़के से शादी करती है तो RSS और बीजेपी के लोग खुशी-खुशी आवभगत करते है और वहीं अगर मुस्लिम लड़का किसी दूसरे धर्म की लड़की से शादी करता है तो उसको लव जिहाद का मुद्दा बना देते है। और उस लड़के को जेल में डाल दिया जाता है। यह दोहरे मापदण्ड मालूम है किस लिए अपनाएं जा रहे हैं। इसके पीछे एक बहुत ही बड़ी साजिश चाल रही है! मुस्लिम कम्युनिटी को खत्म करने की मुस्लिम लड़को को “तीन तलाक, “लव जिहाद” और न जाने कितने अलग-अलग तरह के केशों में फसा कर जेल में डाला जा रहा है। मुस्लिम लड़कियों की दूसरे धर्म में शादी करा दो जिससे मुस्लिम समाज को खत्म किया जा सके।
रिज़वान खान